न्यायमूर्ति गवई पर हमला नहीं, यह संविधान पर सीधा प्रहार है।
भाजपा की मारपीट पर चुप प्रशासन, दूसरे दलों पर गैंगस्टर—यह कैसा न्याय?
आजमगढ़। समाजवादी पार्टी कार्यालय, जनपद-आजमगढ़ पर महर्षि वाल्मीकि जी की जयंती जिलाध्यक्ष हवलदार यादव की अध्यक्षता में उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर नमन कर मनाई गई। संगोष्ठी को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष हवलदार यादव ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि ने रामायण महाकाव्य के रचयिता थे उन्होंने भगवान राम के व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डाला और उन्होंने कहा कि यदि उनका अनुसरण किया जाए तो सामाजिक एकता का ताना-बाना मजबूत होगा। समाजवादी पार्टी इस बात पर चिंता प्रकट किया कि सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति बी.आर. गवई के ऊपर अधिवक्ता द्वारा न्यायालय में जूता फेंका जाना देश में मनुवाद की मानसिकता को दर्शाता है मनुस्मृति मानने वाले आर.एस.एस. का 100 वां साल पूरा हुआ है उनकी मनोवृत्ति पिछड़ों, दलितों, अल्पसंख्यकों के प्रति संकीर्ण सोच को प्रतिबिंबित करता है।
यह हमला न्यायमूर्ति गवई साहब पर नहीं यह हमला संविधान व लोकतंत्र पर है मनुवादी ताकते नहीं चाहती कि सुप्रीम कोर्ट या हायर सर्विसेज व उच्च स्तरीय पदों पर पिछड़े, दलित समाज के लोग बैठे और न्याय करें।
जिला अध्यक्ष हवलदार यादव ने कहा कि देश में अराजकता का वातावरण है संविधान के नियमों की अनदेखी की जा रही है। कल जनपद में भाजपा प्रभारी मंत्री के सामने भारतीय जनता पार्टी के लोगों ने आपस में मारपीट किया यह मारपीट यहीं तक नहीं रही बल्कि कोतवाली में कोतवाल व बड़े अधिकारियों के सामने जमकर मारपीट हुई भारतीय जनता पार्टी के हस्तक्षेप से मुकदमे नहीं दर्ज हुए।
यदि यही दूसरे दल में होता तो मुकदमा दर्ज कर उनपर गैंगस्टर लगाकर जेल में डाल दिया जाता यह पुलिस का दोहरा चरित्र को दर्शाता है।इनसे न्याय की उम्मीद नहीं रह गई है।कार्यक्रम में विधायक दुर्गा प्रसाद यादव पूर्व मंत्री,जिला पंचायत अध्यक्ष विजय यादव, सपा अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय सचिव अजीत कुमार राव, बाबा साहब वाहिनी के जिला अध्यक्ष संतोष कुमार गौतम, पूर्व प्रमुख सुशील आनंद, श्री प्रकाश यादव, जिला पंचायत सदस्य पप्पू कुमार यादव, योगेंद्र चौहान,चंद्र प्रकाश यादव, प्रदीप कुमार यादव, सच्चिदानंद, गोलू यादव, इं. अभिषेक यादव, द्रौपदी पांडेय, शीला भारती, शशि कला, गीता गिरी, अक्षय कुमार चौहान आदि लोग उपस्थित रहे।
0 टिप्पणियाँ