न्याय की आस में भटकते वादकारी, निजामाबाद तहसील में संपूर्ण समाधान दिवस पर सन्नाटा!

निजामाबाद तहसील में संपूर्ण समाधान दिवस पर वादकारियों की भीड़ शून्य, न्याय व्यवस्था पर उठे सवाल!
लेखपाल पर 50 हजार की रिश्वत मांगने का आरोप, ईमानदार अधिकारी के तबादले से बढ़ा भ्रष्टाचार!
संवाददाता -अबुल कैश 
निजामाबाद (आजमगढ़)। संपूर्ण समाधान दिवस के मौके पर शनिवार को निजामाबाद तहसील परिसर सूना नजर आया। वादकारियों की भीड़ शून्य रही। कई लोगों ने मीडिया से बातचीत में बताया कि एक ईमानदार अधिकारी के तबादले के बाद तहसील में भ्रष्टाचार दोबारा सिर उठाने लगा है। वादकारियों का आरोप है कि अब दलालों का बोलबाला बढ़ गया है, जो अधिकारियों से पहचान बताकर लोगों से रुपए वसूल रहे हैं। इस वजह से न्याय के लिए आने वाले लोग भयभीत होकर तहसील आने से कतरा रहे हैं।
इसी दौरान अब्दुल्लाहपुर (मुहम्मदपुर) निवासी एक पीड़िता ने बताया कि उसके मामले की सुनवाई हाईकोर्ट में चल रही है, लेकिन मापी कराने के नाम पर लेखपाल हरेंद्र ने 50 हजार रुपए की मांग की थी। महिला ने तहसील दिवस पर पुनः प्रार्थना पत्र दिया, जिस पर तहसीलदार ने टीम बनाकर मापी कराने का आदेश दिया है। पीड़िता ने कहा कि पूर्व उपजिलाधिकारी सुनील कुमार धनवंता के तबादले के बाद लेखपालों का रवैया फिर से मनमाना हो गया है, जिससे आम जनता को न्याय पाना मुश्किल हो गया है।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ