स्वामी आनंद स्वरूप ने किया मोहन यादव पर अभद्र टिप्पणी, समर्थक हुआ सामाजिक संगठनों में आक्रोश।

मुख्यमंत्री का अपमान नहीं सहेंगे, कानून की चौखट पर जवाब तय है।
गरिमा पर हमला, समाज की चेतना पर चोट — अब FIR से आंदोलन तक जाएंगे।
भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के खिलाफ की गई कथित आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर मैहर जिले में सामाजिक संगठनों और स्थानीय कार्यकर्ताओं में नाराज़गी गहराती जा रही है। आरक्षण विरोधी बयान देने वाले एक धार्मिक प्रवक्ता के खिलाफ कई संगठन स्थानीय थानों में शिकायत दर्ज कराने की तैयारी में हैं। उनका कहना है कि मुख्यमंत्री के सम्मान को ठेस पहुंचाने वाली भाषा न केवल अस्वीकार्य है, बल्कि समाज की भावनात्मक एकता पर भी चोट करती है।
ओबीसी आरक्षण को लेकर चल रही न्यायिक प्रक्रिया के बीच इस तरह के बयान को संगठनों ने 90% आबादी के अधिकारों के खिलाफ बताया है। संगठनों ने स्पष्ट किया है कि वे कानूनी प्रक्रिया के तहत कार्रवाई की मांग करेंगे और यदि प्रशासन निष्क्रिय रहता है, तो लोकतांत्रिक तरीके से विरोध दर्ज कराया जाएगा। ओबीसी महासभा के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने भी इस मुद्दे पर चिंता जताते हुए कहा कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई, तो जनआक्रोश सड़कों पर उतर सकता है। संगठनों ने आम जनता से संयम और शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा है कि वे मुख्यमंत्री की प्रतिष्ठा की रक्षा के लिए हर वैधानिक कदम उठाएंगे। साथ ही यह भी संकेत दिया गया है कि जांच में यदि संतोषजनक परिणाम नहीं मिले, तो सार्वजनिक आंदोलन और अन्य लोकतांत्रिक माध्यमों का सहारा लिया जाएगा।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ