मेरठ में अनियोजित विकास और कमजोर ट्रैफिक प्लान से बढ़ा जाम का संकट!

घंटों जाम में फंसी शहर की सड़कों पर यातायात व्यवस्था बेदम!
 ट्रैफिक पुलिस की लापरवाही और शहरभर की खुदाई से हालात और बदतर! 
मेरठ : सुबह हो या शाम, मेरठ इन दिनों पूरे दिन भीषण जाम से जूझ रहा है। ब्यूरो प्रमुख योगेश कुमार के अनुसार, पहले शहर में कुछ चुनिंदा स्थानों पर ही जाम लगता था, लेकिन अनियोजित विकास कार्यों और ट्रैफिक नियंत्रण की कमजोर योजनाओं ने स्थिति को और बिगाड़ दिया है। गुरुवार सुबह दिल्ली रोड पर ऐसा जाम लगा कि 10 मिनट की दूरी तय करने में लोगों को 50 मिनट तक लग गए। डिवाइडर कट पर पुलिसकर्मी न होने से पहले निकलने की होड़ में जाम इतना उलझ गया कि बाद में पहुंची पुलिस भी उसे हटाने में पसीना-पसीना हो गई।
जेलचुंगी चौराहा, साकेत चौराहा, बच्चा पार्क, ईव्ज चौराहा, गांधी आश्रम चौराहा और विक्टोरिया पार्क नाले के पास रोजाना यही बदतर हालात बने रहते हैं, जहां ट्रैफिक सिपाही व्यवस्था संभालने की जगह थककर किनारे हो जाते हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि कई चौराहों को तिराहा बनाकर ट्रैफिक नियंत्रित किया जा रहा है, जिससे जाम और बढ़ रहा है। जेलचुंगी चौराहे पर विक्टोरिया पार्क से आने वाले वाहनों को एक किलोमीटर घूमकर यू-टर्न लेना पड़ता है, जबकि चौराहा खोलने से स्थिति सहज हो सकती है। स्थानीय लोग aआरोप लगाते हैं कि कुछ सिपाही व्यवस्था संभालने के बजाय उगाही में ज्यादा रुचि ले रहे हैं। उधर, नगर निगम की तरफ से पूरे शहर में एक साथ हो रही खुदाई और निर्माण ने जाम की समस्या को और गंभीर बना दिया है। सुबह लगने वाला जाम रात तक बना रहता है, जिससे आम जनता बेहद परेशान है। लगातार रुके वाहनों से निकलने वाला धुआं प्रदूषण को भी बढ़ा रहा है, जिससे चौराहों के आसपास रहने वाले लोग और दुकानदार दोहरी मार झेल रहे हैं।

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