ठेकमा आजमगढ़ ठेकमा बाजार में राम जानकी मंदिर से शांति पूर्वक जुलूस निकाला बाजार वासी क्षेत्रवासी बाजे गाजे के साथ राम जानकी मंदिर से जनता इंटर कॉलेज शादीपुर पोखरी तक भ्रमण की ब्रह्मांड से रमण करने वाले हर तत्व को राम से प्रमाणित करना ही राम की असली पूजा है मानवता की लिए ही नहीं बल्कि पेड़ पौधों के लिए भी उन्होंने जो संदेश दिया है प्रशंसनीय है सपरिवार बैरी के धरातल पर भी उन्होंने जो लक्ष्मण रेखा खींची है उसका दुनिया में कोई मिसाल नहीं है विनम्रता प्रिंस और आस्था के प्रतीक राम को मानने का अर्थ उनके आदर्शवाद देशों के पथ पर चलना है राम जन्मोत्सव मनाने की सतर्कता तभी सिद्ध होगी जब उनके मानवीय आचरण एवं जीवन में चरितार्थ किया जाए अगर भगवान को खुश करना है तो उनके बंदरों से प्यार करना होगा यस हम जीवन के मूल्य अर्थात प्रेम को समझ जाएं तो समस्त विवाद एवं कटुता स्वयं समाप्त हो जाएगी रामनवमी के त्यौहार पर धूप अगरबत्ती घी की पूजा करने से धुआं अकास में उड़ने से वातावरण साफ हो जाता है जिससे बीमारियों की संभावना कम हो जाती है ऐसे में रामनवमी का त्योहार साल में दो बार मनाया जाता है भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहे
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