कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व सांसद लालगंज डा बलिराम ने कहाकि बाबा साहब का जन्म ऐसे समय में हुआ, उस समय इस देश में छुआ-छुत पाखंड सामाजिक गैर बराबरी चरम सीमा पर थी। उस अपमान को सहकर बाबा साहब ने अपनी शिक्षा पूरी कर दलितों, पिछड़ों की लड़ाई लडते हुए भारत को एक संविधान, गांधी को प्राणदान और नारियों को सम्मान दिया।
विशिष्ट अतिथि पूर्व एम.एल.सी. डा विजय प्रताप ने कहाकि आज बाबा साहब की जंयती एक पर्व के रूप में देश-विदेश में मनाई जा रही है। हमें बाबा साहब से प्रेरणा लेकर इस देश में भाईचारा पैदा कर समता मूलक समाज की स्थापना करना है। जिससे इस देश में बहुजनों की सरकार बनें और गैरबराबरी समाप्त हो सकें।
इस मौके पर हरिश्चन्द्र गौतम, धीरज कुमार मिंटू, अनिल कुमार, धर्मेन्द कुमार, शैलेन्द्र कुमार, नन्दलाल, राजेश कुमार, ओमप्रकाश, अमित अम्बेडकर, रविनायक, रविकांत, डा अंगद भारती, राजकुमार वामसेफ, हरिलाल सोनकर, मुखराम निषाद, विशाल रंजन, मनोज निषाद, केशव भारती, रामपाल ठाकुर, सुभाष जायसवार, तारिक हसन, सूबेदार निषाद, रामजीत चौहान, डा अनिल कुमार, अनुपम अगोचर, रूद्र प्रताप, गया प्रसाद सत्यप्रकाश, शैलेन्द्र कुमार आदि मौजूद रहे।
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