जर्जर पुलिया के निर्माण को लेकर प्रयास ने उठाई आवाज

शाही पुल आजमगढ़ के इतिहास का प्रतीक: इंजीनियर सुनील यादव
लगभग 2 वर्षों से पुलिया है छतिग्रस्त, बनी हुई है घटना की आशंका आजमगढ़। डीएम आवास को जाने वाले जर्जर पुलिया का नवनिर्माण कराने व शाही पुल को संरक्षित किए जाने को लेकर प्रयास सामाजिक संगठन ने सोमवार को जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा और जनहित के मुद्दे पर अविलम्ब आवश्यक कदम उठाने की मांग किया। प्रयास अध्यक्ष रणजीत सिंह ने कहाकि पुराने पुल के आगे डीएम आवास को जाने वाले मोड़ की पुलिया लगभग दो वर्षो से क्षतिग्रस्त है। यह पुलिया दो वर्ष पहले तमसा नदी के बढ़े जलस्तर के कारण ध्वस्त हो गई थी, जिसे आनन-फानन में फौरी राहत देने के उद्देश्य से निर्मित कराया गया था लेकिन वर्तमान में यह अत्यंत ही खतरनाक स्थिति में नजर आ रहा है, जबकि इस पुलिया से पूरे दिन हजारों लाखों गाड़ियां अपने गंतव्यों की ओर रवाना होती है। समय रहते पुलिया का निर्माण नहीं कराया गया बड़ी अनहोनी की घटना घटित हो सकती है।  सचिव इंजी सुनील यादव ने कहाकि मुगल काल में निर्मित हुआ शाही पुल डीएम आवास के चंद कदमों की दूरी पर ही स्थित है जब से उसके सापेक्ष नया पुल का निर्माण हुआ है तब से शाही पुल से आवागमन पूर्णतया बंद कर दिया गया है, यह शाही पुल आजमगढ़ के इतिहास का प्रतीक हैं लेकिन वर्तमान में इस पुलिया पर मुहल्लेवासियों द्वारा कूड़ा फेंका जा रहा है। उक्त पुलिया का रंगरोगन कराकर उसे संरक्षित करने के दिशा में आवश्यक कदम उठाया जाना चाहिए न कि उसे उपेक्षित किया जाना चाहिए। इस अवसर पर शिव प्रसाद पाठक, विजय प्रताप सिंह, किशन कुमार, अमित यादव, अंगद शाहनी, राजीव शर्मा, घनश्याम मौर्या, हरिगोविन्द विश्वकर्मा, धर्मेन्द्र सैनी, हरिश्चन्द्र, रामकेश यादव, शम्भू दयाल सोनकर, ओम नारायण श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे। 

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ