न्यायाधीश ने जिला कारागार का किया निरीक्षण

मऊ। शुक्रवार को अभिनय कुमार मिश्रा अपर जनपद न्यायाधीश द्वारा जिला कारागार, एवं राजकीय बाल संप्रेक्षण गृह में निरीक्षण विधिक जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया। जिला कारागार में आयोजित विधिक जागरुकता शिविर में बन्दियों को 436 ए सीआरपीसी,मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, प्लीबार्गेंनिंग, कम्पाउडिंग, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा उपलब्ध निःशुल्क विधिक सहायता के सम्बंधम में विधिक जानकारी प्रदान की गयी। इस दौरान 436 ए के अंतर्गत विचाराधीन बंदी एवं ऐसे बंदी जिनकी जमानत हो चुकी है लेकिन जमानतदार न होने अथवा अन्य कारण रिहाई शेष है के बाबत बंदियों की समस्याओं को सुना गया तथा शिविर में उपस्थित लीगल एड डिफेंस काउंसिल को उनके वाद की पैरवी हेतु एवं जेल अधीक्षक को ऐसे बंदियों का प्रार्थना-पत्र जिला विधिक सेवा प्राधिकरण में प्रेषित करने हेतु निर्देशित किया गया। इस दौरान पाकशाला, बैरक एवं अस्पताल का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान अस्पताल में डॉक्टर उपस्थित न होने के कारण जेल अधीक्षक को उक्त के सम्बंध में स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने हेतु निर्देशित किया। उक्त निरीक्षण में कुल 613 बंदी निरूद्ध पाये गए जिसमें 575 पुरुष,20 महिला एवं 18 किशोर बंदी है। राजकीय बाल संप्रेक्षण गृह में आयोजित शिविर में बच्चों के अधिकार एवं संरक्षण, पॉक्सो एक्ट, बाल संरक्षण अधिनियम 2015, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा उपलब्ध निःशुल्क विधिक सहायता के सम्बंध में विस्तृत जानकारी प्रदान की गयी। इस दौरान किशोरों से बाल सम्प्रेक्षण गृह में खान-पान ,मनोरंजन, शिक्षण एवं अन्य किसी समस्याओं के बाबत जानकारी प्राप्त की गयी। किशोरों द्वारा मनोरंजन हेतु संसाधन न उपलब्ध होने पर सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा केयर टेकर को निर्देशित किया गया अविलम्ब किशोरों के मनोरंजन सुविधा उपलब्ध कराना सुनिश्चित करे तथा इस बाबत अपनी आख्या प्रस्तुत करे। निरीक्षण के दौरान कुल 120 किशोर निरुद्ध पाये गये जिसमें जनपद-मऊ के 25, आजमगढ़ के 46, बलिया के 46, मेरठ के 01 एवं बस्ती के 02 किशोर है।

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