मणिपुर में लागू हो राष्ट्रपति शासन : एआईएमआईएम

आजमगढ़ | जिले में एआईएमआईएम के तत्वधान में जिला मुख्यालय पहुंचे कार्यकर्ताओ और पदाधिकारियों ने मणिपुर की अमानवीय घटना के विरुद्ध राष्ट्रपति को पत्रक भेजा। बता दे की आल इंडिया मजलिसे पार्टी के जिला संगठन मंत्री के नेतृत्व में जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे पार्टी के कार्यकर्ताओ और पदाधिकारियों ने जिला प्रशासन के माध्यम से राष्ट्रपति के नामित ज्ञापन सौप बताया की भारत के पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में महिलाओं के साथ जो अमानवीय घटना घटी हुई है इस घटना का वीडियो देखकर पूरा देश शर्मशार हो रहा है। जातीय हिंसा भड़के हुए डेढ़ महीने से ज्यादा हो चुका है लेकिन हालात वैसे ही तनावपूर्ण बने हुए हैं। मैतेई और कुकी समुदाय के बीच जारी इस हिंसा में अब तक कई सौ से ज़्यादा लोगों की जान गई है और लगभग एक हजार लोग घायल हुए हैं लेकिन हिंसा थम नहीं रही है मणिपुर में आदिवासी लड़की के साथ दरिंदगी किए जाने के विरोध में एआईएमआईएम पार्टी राष्ट्रपति से मांग करती है कि इस घटना में शामिल अपराधियों को सख्त सजा मिले मणिपुर में हुई घटना बहुत शर्मनाक है और यह सारा काम सरकार की शह पर हुआ है जिससे देश शर्मसार हो रहा है। उन्होंने कहा कि यह घटना 4 मई की है लेकिन एफआईआर 18 मई को दर्ज की गई। और यह घटना पुलिस की मौजूदगी में हुई थी। उन्होंने कहा कि मणिपुर की सरकार नाकाम साबित हो रही है। अगर इस तरह सरकार की गलत नीतियों के कारण वहां की घटना रुक नही रही हम चाहते है की मणिपुर में तत्काल सरकार को बर्खास्त कर वहा पर राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया जाए ताकि वहा पर शांति बहाल हो सके। इस दौरान खान अब्दुल्लाह, शेख कमर कमाल, आफताब खान, एडवोकेट अनिल जायसवाल, हाफिज सल्लू, राजवीर सहित अन्य लोग भी मौजूद रहे।

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