निजामाबाद क्षेत्र के तिग्गीपुर इमामबाड़ा पास किया था हमला
एक आरोपित के खिलाफ पहले हो चुकी है एनएसए की कार्रवाई
आजमगढ़। बड़े अपराधियों और सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वालों के खिलाफ पुलिस प्रशासन सख्ती के मूड में दिख रहा है। निजामाबाद में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के मामले में एसपी के पत्र के आधार पर डीएम ने दो आरोपितों के खिलाफ रासुका की कार्रवाई की गई। इस मामले में एक आरोपित को पहले ही रासुका में निरुद्ध किया जा चुका है। निजामाबाद क्षेत्र में 22 जुलाई की रात नौ बजे अमित सोनकर अपने अन्य साथियों के साथ दुकान बंद करके घर जा रहा था कि सांर्प्रदायिक सौहार्द भंग करने के उद्देश्य से मो. शाहआलम उर्फ शहबाज निवासी मोहल्ला तिग्गीपुर ने अपने अन्य साथियों के साथ तिग्गीपुर इमामबाड़ा के पास अमित सोनकर व उसके साथियों को योजनाबद्ध तरीके से घेरकर जान से मारने की नीयत से जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हए लाठी-डंडा व पंच से हमला कर बुरी तरह से घायल कर दिया। इससे श्रावण मास त्योहार के मध्य दो समुदायों के बीच तनाव व्याप्त हो गया था।
कानून-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हो गई थी, जिसे सामान्य करने के लिए कस्बा निजामाबाद में लगातार 15 दिनों तक भारी संख्या में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती करनी पड़ी थी। घटना के सम्बन्ध में घायल अमित सोनकर के पिता के प्रार्थना पत्र के आधार पर थाना निजामाबाद पर सुसंगत धाराओं में साकिब निवासी तिग्गीपुर, वाजिद निवासी तेलीपुर आदि आठ नामजद तथा 15-20 अज्ञात व्यक्ति के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत किया गया था। पूर्व में पुलिस अधीक्षक के पत्र के आधार पर 15 सितंबर को जिलाधिकारी द्वारा शाहआलम उर्फ शहबाज खांन निवासी मुहल्ला सिपाह के विरुद्ध राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत निरुद्धीकरण की कार्रवाई की गई थी। इधर जिन आरोपितों पर कार्रवाई की गई है उनमें साकिब निवासी तिग्गीपुर व वाजिद निवासी तेलीपुर को लेकर आस पास के लोगों में इस प्रकार भय व्याप्त है कि लोग इसके विरुद्ध शिकायत करने से डरते हैं। इस कारण अभियुक्त के जमानत पर छूटने पर शांति व्यवस्था पर दुष्प्रभाव पड़ने की पूर्ण संभावना के मद्देनजर थानाध्यक्ष निजामाबाद की रिपोर्ट पर पुलिस अधीक्षक के पत्र के आधार पर 28 सितंबर को जिलाधिकारी द्वारा साकिब निवासी तिग्गीपुर व वाजिद निवासी तेलीपुर के विरुद्ध राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत निरुद्धीकरण की कार्रवाई की गई।
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