...मौत अंत है नहीं, तो मौत से भी क्यों डरें, ये जाके आसमान में दहाड़ दो


महोत्सव के छठवें दिन कलाकारों की प्रस्तुतियों पर खूब झूमे दर्शक
-बल्लीमारन बैंड ग्रुप के पीयूष व डांस ग्रुप के श्रेय खन्ना ने लूटी महफिल
-प्रख्यात कलाकारों की प्रस्तुति सुनने के लिए आधा घंटा पहले पहुंचे डीएम

आजमगढ़: मुख्य कार्यक्रम स्थल राजकीय पालिटेक्निक कालेज में आजमगढ़ महोत्सव के छठवें दिन बल्ली मारन ग्रुप के पीयूष मिश्रा और डांस ग्रुप के श्रेय खन्ना की प्रस्तुति ने महफिल ही नहीं लूटी, बल्कि दर्शक दीर्घा से झूमकर मिले  समर्थन ने उनके हौसले को और भी बढ़ा दिया। स्थिति यह बन गई कि दर्शक अपनी कुर्सियों से उठकर तालियां बजाने लगे। इससे भी खास बात यह रही कि इन कलाकारों की प्रस्तुति सुनने और देखने के लिए जिलाधिकारी भी आधा घंटा पहले ही पहुंच गए थे।
'क्या जिंदगी है ठोकरों पर मार दो, मौत अंत हैं नहीं तो मौत से भी क्यों डरें ये जाके आसमान में दहाड़ दो' सुनाया तो हर कोई जोश से भर उठा। 'आरंभ है प्रचंड बोल मस्तकों के झुंड आज जंग की घड़ी की तुम गुहार दो, 'आन-बान शान या कि जान का हो दान आज एक धनुष के बाण पे उतार दो' सुनाकर लोगों में वह जोश भरा कि उसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। इसके बाद उन्होंने 'आरम्भ है प्रचण्ड बोल मस्तकों के झुण्ड आज जंग की घड़ी की तुम गुहार दो, आन-बान-शान या की जान का हो दान आज एक धनुष के बाण पे उतार दो, मन करे सो प्राण दे, जो मन करे सो प्राण ले वही तो एक सर्वशक्तिमान है, विश्व की पुकार है ये भगवत का सार है कि युद्ध ही तो वीर का प्रमाण है, कौरवो की भीड़ हो या पाण्डवो का नीर हो, जोड़ सका है वही तो महान है' आदि की प्रस्तुतियों ने हर किसी के दिल को छू लिया। इसी क्रम में यूएसए तक में अपनी प्रस्तुति देने वाले श्रेय खन्ना डांस ग्रुप ने एक के बाद एक प्रस्तुति देकर आयोजन में चार चांद लगा दिया।
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ममता और अभिषेक से रहा पहले से लाल्लुक : पीयूष मिश्रा
आजमगढ़ : बल्ली मारन ग्रुप के पीयूष मिश्रा ने महोत्सव के मंच पर जाने से पहले गोल्डेन फार्च्यून होटल में मीडिया से भी खुलकर बात की। अपनी बात की शुरुआत में उन्होंने कहा कि यहां के अभिषेक पंडित और ममता पंडित से ताल्लुकात के नाते पहले भी आता रहा हूं और आज एक बड़े कार्यक्रम में आने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है, जो मेरे लिए गर्व की बात है।
उन्होंने प्रख्यात शायर कैफी आजमी और यायावर महापंडित राहुल सांकृत्यायन को भी याद किया। कहा कि यह धरती कैफी की है और यायावर कोई रहा तो उसका नाम राहुल सांकृत्यायन है। राहुल की जीवनी पढ़कर हैरान रह गया। चांद पर अपनी पुरानी रचना के बारे में कहा कि आज मुझे खुशी है कि देश चांद पर पहुंच गया है। यह भी बताया कि अब कार्यक्रम की बहुत हवस नहीं है, क्योंकि पूरा परिवार खुश है और बच्चे पढ़ रहे हैं। राजनीति पर चर्चा के दौरान कहा कि उससे कोई वास्ता नहीं है, राहुल गांधी अच्छे लीडर हैं। न जाने कहां फंसे हैं, उन्हें अपनी नीति बदलने की जरूरत है।

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