रोहिणी नक्षत्र अष्टमी तिथि बुधवार दिन के चलते भव्य रूप से मुकुंद मंदिर पर मनाया गया श्री कृष्ण जन्मोत्सव
ठेकमा। ग्राम सभा अजाउर मुकुंद मंदिर पर कृष्ण किंकर दास ने कहा कि द्वापर युग में बुधवार दिन रोहिणी नक्षत्र अष्टमी तिथि श्री कृष्ण जन्म में यही योग था इसलिए बुधवार के दिन कृष्ण जयंती के रूप में जन्मोत्सव मनाया गया। भजन कीर्तन पूजन चलता रहा प्रसादी वितरण का कार्यक्रम चला तत्पश्चात भंडारे का भी कार्यक्रम किया गया।
गायन वादन के साथ भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव भव्य रूप से मनाया गया भक्ति भगवान के निकट पहुंचती है। प्रेम से बड़ा कोई संसाधन नहीं प्रेम से बड़ा कोई धन नहीं जिसके हृदय में भगवान प्रति अगाध प्रेम हो जाए प्रेमा वतार भगवान श्री कृष्ण भक्ति मोक्ष सब कुछ प्रदान कर देते हैं श्री कृष्णा के जन्मोत्सव को लेकर काफी उल्लास रहा घर-घर में परिवार के सदस्यों ने मिलकर झांकियां सजाई इस दौरान बच्चों में ज्यादा उत्साह देखने को मिल रहा है। सार्वजनिक रूप से सजाई गई झांकियां में श्रद्धालुओं का आना जाना शुरू हो गया जो देर रात तक जारी रहा।
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