दहेज में कार न मिलने पर नहीं आई बारात, मेहंदी लगाए इंतजार करती रही दुल्हन!

संवाददाता -योगेश कुमार 
शामली। उत्तर प्रदेश के शामली जनपद में दहेज लोभियों की एक शर्मनाक करतूत ने दो परिवारों की खुशियों को मातम में बदल दिया। जिले के गांव खेड़ी में दहेज में कार की मांग पूरी न होने पर एक दूल्हा बारात लेकर नहीं पहुंचा। शादी के दिन दुल्हन सानिया हाथों में मेहंदी लगाए अपने पिया का इंतजार करती रही, लेकिन बारात नहीं आई।
जानकारी के अनुसार, गांव खेड़ी निवासी मजदूर राशिद की दो बेटियों सानिया और साहिबा का एक ही दिन निकाह होना था। साहिबा की बारात बागपत के असारा निवासी सुहैब लेकर पहुंची, लेकिन सानिया की बारात कैराना निवासी शादाब लेकर नहीं आया। परिजनों ने बताया कि शादी से पहले ही दूल्हे पक्ष को तीन लाख रुपये नकद, एक बाइक और अन्य दहेज का सामान दिया गया था, लेकिन निकाह से एक दिन पहले शादाब के परिवार ने कार की अतिरिक्त मांग रख दी।जब दुल्हन के पिता और परिजन दूल्हे के घर पहुंचे और हाथ जोड़कर बारात लाने की मिन्नतें कीं, तब भी दूल्हे और उसके परिवार का दिल नहीं पसीजा। निर्धारित दिन पर बारात नहीं आई, जिससे सानिया की शादी नहीं हो सकी और घर में पसरी खुशियों की जगह मातम छा गया। घर में सजावट, मेहमानों के इंतजाम और सारी तैयारियां धरी की धरी रह गईं।
पीड़ित दुल्हन सानिया का कहना है कि कुछ दिन पहले तक उनके घर में जश्न का माहौल था, लेकिन दूल्हे पक्ष की इस घिनौनी हरकत ने उनका जीवन अंधकार में डाल दिया है। अब वह केवल न्याय चाहती है। दुल्हन की मां ने अन्य परिजनों के साथ शहर कोतवाली में पहुंचकर पुलिस को तहरीर दी है और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।

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