मेरठ में ट्रैक्टर ट्रॉली हटाने पर भड़के कांवड़िए, पुलिस से हुई नोकझोंक, मोदीपुरम में भी हंगामा!

संवाददाता -योगेश कुमार 
मेरठ। कांवड़ यात्रा के दौरान मेरठ में डीजे कांवड़ लेकर जा रहे श्रद्धालुओं और पुलिस के बीच उस वक्त तनाव बढ़ गया, जब सड़क पर खड़ी ट्रैक्टर ट्रॉली हटाने की बात कही गई। पुलिसकर्मियों द्वारा समझाने के बावजूद कांवड़िए अड़ गए और हंगामा करने लगे। नतीजतन, कुछ देर के लिए रुड़की रोड पर जाम लग गया। बाद में वरिष्ठ अधिकारियों के हस्तक्षेप से मामला शांत कराया गया और कांवड़िए हरिद्वार की ओर रवाना हो गएघटना पल्लवपुरम थाना क्षेत्र की है, जहां गाजियाबाद के फरीदपुर गांव से आए 15-20 कांवड़ियों का जत्था हरिद्वार से डीजे कांवड़ लेकर लौट रहा था। रविवार देर रात उन्होंने ट्रैक्टर ट्रॉली डोरली के पास सड़क पर खड़ी कर दी और डिवाइडर के पास आराम करने लगे। चूंकि सड़क के दोनों ओर कीचड़ और बारिश का पानी जमा था, पास ड्यूटी पर तैनात चौकी इंचार्ज शीलेंद्र सिंह और अन्य पुलिसकर्मियों ने उनसे वाहन साइड में लगाने को कहा।इस पर कांवड़िए भड़क उठे और पुलिसकर्मियों से बहस करने लगे। उन्होंने फोन घुमाने शुरू कर दिए और पुलिस पर आरोप लगाते हुए टकराव का माहौल बना दिया। पुलिसकर्मियों ने समझाने की कोशिश की, लेकिन कांवड़िए अड़ गए और सड़क पर आकर जाम लगा दिया।सूचना मिलते ही थाना प्रभारी पल्लवपुरम रमेश चंद शर्मा मौके पर पहुंचे और काफी मशक्कत के बाद कांवड़ियों को समझाकर हटाया गया। एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि सड़क के दोनों ओर पानी भरा था, इसलिए ट्रॉली हटाने को कहा गया था। बाद में कांवड़िए मान गए और यात्रा पर आगे बढ़ गए।इसी क्रम में मोदीपुरम क्षेत्र में भी ऐसा ही मामला सामने आया, जहां कांवड़ियों ने कुबेर स्कूल के सामने डिवाइडर किनारे कांवड़ रखकर गद्दे बिछा दिए, जिससे मोदीपुरम फ्लाईओवर की ओर जाम लग गया। पल्लवपुरम पुलिस द्वारा ट्रॉली की ऊंचाई जांचे जाने और ऊंचा बांस हटवाने को लेकर भी कहासुनी हुई।थोड़ी देर बाद सीओ दौराला प्रकाश चंद्र अग्रवाल और थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे और कांवड़ियों को शिविर में जाकर आराम करने की सलाह दी। पुलिस ने आगे से सड़क पर डेरा न डालने की चेतावनी दी और कहा कि राहगीरों को परेशान करना गैरवाजिब है।

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