मुजफ्फरनगर। मीरापुर थाना क्षेत्र में देर रात उस वक्त हंगामा मच गया जब तीन युवकों ने एक मानसिक रूप से बीमार व्यक्ति को चोर बताकर शोर मचा दिया। देखते ही देखते भीड़ जमा हो गई और उस व्यक्ति को पीटने लगी। गश्त कर रही पुलिस ने समय रहते मौके पर पहुंचकर न केवल उसकी जान बचाई, बल्कि तीनों अफवाहबाज युवकों को भी गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने इनके खिलाफ शांति भंग की धारा 170 बीएनएसएस के तहत विधिक कार्रवाई शुरू कर दी है।यह घटना 2 और 3 अगस्त की मध्यरात्रि की है। मंसूरपुर क्षेत्र के पुरबालियान गांव निवासी 55 वर्षीय सुभाष, जो मानसिक रूप से बीमार हैं, देर रात मीरापुर थाना क्षेत्र के कैलापुर जसमौर गांव पहुंच गए। उन्हें अनजान देख गांव के तीन युवकों—अजय गिरी (24), संदीप (30) और मांगेराम (50)—ने बिना कोई जांच किए ‘चोर-चोर’ का शोर मचाना शुरू कर दियाशोर सुनकर अन्य ग्रामीण भी मौके पर इकट्ठा हो गए और सुभाष को घेर लिया। डर और भ्रम की स्थिति में सुभाष अपनी पहचान तक नहीं बता पाए। भीड़ ने उनकी पिटाई शुरू कर दी। संयोग से उसी समय वहां गश्त पर निकली मीरापुर पुलिस पहुंच गई और स्थिति को संभाला। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर कर सुभाष से बात की और उन्हें तसल्ली दी, जिसके बाद उन्होंने अपना नाम-पता बताया। पुलिस ने तत्काल परिजनों से संपर्क कर सुभाष को सुरक्षित घर पहुंचाया।जांच के दौरान यह साफ हो गया कि तीन युवकों ने ही अफवाह फैलाकर पूरे घटनाक्रम को अंजाम दिया था। पुलिस ने मौके से ही तीनों को हिरासत में ले लिया और शांति भंग की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्यवाही शुरू कर दी।इधर, जिले में बीते कुछ दिनों से रात्रि में बदमाशों और ड्रोन के दिखने की अफवाहें भी तेजी से फैल रही हैं। इसे देखते हुए पुलिस पूरी तरह सतर्क है और अफवाहों पर नियंत्रण के लिए विशेष अभियान चला रही है।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा के निर्देश पर थाना प्रभारी, क्षेत्राधिकारी और डायल-112 की टीमें गांव-गांव जाकर ग्रामीणों से संवाद कर रही हैं। ग्राम प्रधान, ग्राम सुरक्षा समिति के सदस्य और अन्य संभ्रांत नागरिकों के साथ लगातार बैठकें की जा रही हैं, जिसमें लोगों से अपील की जा रही है कि किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि को देखकर खुद से कोई कदम न उठाएं, बल्कि तुरंत पुलिस को सूचित करें।पुलिस सोशल मीडिया पर भी निगरानी बनाए हुए है और लोगों से अपील कर रही है कि कोई भी वीडियो या सूचना बिना पुष्टि के न फैलाएं। साथ ही, डायल-112 की पीआरवी टीमें लाउडस्पीकर के माध्यम से गांवों में प्रचार कर रही हैं कि अफवाहों से बचें और शांति व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करें।
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