चलती ट्रेन से लापता हुई सिविल जज की तैयारी कर रही अर्चना तिवारी: 8 दिन बाद भी रहस्य बरकरार।

अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि अर्चना ट्रेन से कैसे गायब हुई। 
कटनी, मध्य प्रदेश। रक्षाबंधन के दिन अपने घर लौट रही अर्चना तिवारी, जो इंदौर में सिविल जज बनने की तैयारी कर रही थीं, पिछले आठ दिनों से लापता हैं। अर्चना ने इंदौर के उपकार गर्ल्स हॉस्टल से कटनी के लिए ट्रेन पकड़ी थी, लेकिन रास्ते में रहस्यमय तरीके से गायब हो गईं।   परिजनों के अनुसार, ट्रेन में बैठने के बाद अर्चना ने दो बार फोन पर बात की थी। आखिरी बार भोपाल के पास उसकी चाची से बातचीत हुई थी। लेकिन जब ट्रेन कटनी स्टेशन पहुँची, तो अर्चना अपनी सीट पर नहीं थी—सिर्फ उसका बैग मिला।  
हॉस्टल संचालक ने खोले कई राज़
हॉस्टल संचालक गोपाल ने बताया कि अर्चना पिछले 7–8 महीने से हॉस्टल में रह रही थी। 7 अगस्त को दोपहर 2:30 से 3 बजे के बीच वह नियमानुसार फॉर्म भरकर निकली थी, जिसमें उसने अपनी यात्रा की पूरी जानकारी दी थी—नाम, रूम नंबर, मोबाइल, गंतव्य और वापसी की तारीख।  
गोपाल ने यह भी बताया कि अर्चना शांत स्वभाव की थी, किसी से ज्यादा मेलजोल नहीं रखती थी और पूरी तरह पढ़ाई और कोर्ट प्रैक्टिस में लगी रहती थी।  
अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि अर्चना ट्रेन से कैसे गायब हुई। क्या यह अपहरण है, कोई दुर्घटना, या फिर कुछ और? पुलिस ने ट्रेन के रूट की स्कैनिंग शुरू कर दी है और यात्रियों से पूछताछ जारी है।अर्चना तिवारी सिर्फ एक छात्रा नहीं थी—वह न्याय की राह पर चलने वाली एक होनहार युवती थी। उसकी गुमशुदगी ने न सिर्फ उसके परिवार को, बल्कि पूरे समाज को झकझोर दिया है।  

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ