शेख मसूद इंटर कॉलेज में तीन दिवसीय सत्र में ग्रामीणों ने जाना अपने अधिकार, निभाने का लिया कर्तव्य निभाने का संकल्प!
आजमगढ़ से विशेष रिपोर्ट: अबुल कैश
आजमगढ़। जनपद के एक ग्राम पंचायत में पहली बार संविधान आधारित कार्यशाला का आयोजन हुआ, जिसने ग्रामीण जागरूकता की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम बढ़ाया। “वी द पीपल” अभियान और दिशा ग्लोबल फाउंडेशन के संयुक्त प्रयास से 28 से 30 अगस्त तक शेख मसूद इंटर कॉलेज में “संविधान से समाधान” विषय पर तीन दिवसीय संवाद सत्र संपन्न हुआ। कार्यक्रम का उद्देश्य था—गांव के नागरिकों को संविधान की प्रस्तावना, मौलिक अधिकारों और कर्तव्यों से परिचित कराना, ताकि वे अपने जीवन में लोकतांत्रिक मूल्यों को आत्मसात कर सकें।
इस कार्यशाला में 25 प्रतिभागियों ने सक्रिय भागीदारी की और उन्हें “संविधान चैम्पियन” सर्टिफिकेट प्रदान किए गए। स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व जैसे मूल अधिकारों को सरल भाषा में समझाया गया। साथ ही, नागरिकों के कर्तव्यों और सामाजिक जिम्मेदारियों पर भी विशेष जोर दिया गया।
कार्यक्रम में प्रिंसिपल असमा मसूद की गरिमामयी उपस्थिति रही। संविधान को सहज भाषा में समझाने का कार्य नावेंदुम और मुकेश कनौजिया ने किया, जिससे प्रतिभागियों को विषय से गहरा जुड़ाव महसूस हुआ।
दिशा ग्लोबल फाउंडेशन के प्रतिनिधि मोहम्मद अकरम, शोभना स्मृति और तारिक शफीक ने ग्रामीण स्तर पर ऐसे कार्यक्रमों की निरंतरता पर बल दिया। ग्राम प्रधान फरिहां अबू बकर ने इस आयोजन को ग्राम सभा में स्थान देकर एक प्रेरणादायक पहल की! कार्यशाला के समापन पर प्रतिभागियों ने संविधानिक मूल्यों को अपने जीवन, परिवार और समाज में लागू करने का संकल्प लिया। साथ ही, भविष्य में भी ऐसे संवादों को जारी रखने की घोषणा की गई।
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