पीएम मोदी ने लाल किले से सुनाई गर्व की गूंज—दुनिया के 50% रियल टाइम ट्रांजैक्शन अब भारत के UPI से!
डॉलर का दबदबा ढल रहा है, भारत का UPI अब दुनिया चला रहा है!
“न कैश, न कार्ड—अब भारत की मुट्ठी में है पूरी दुनिया की पेमेंट की कमान!”
नई दिल्ली। 15 अगस्त 2025 को लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो ऐलान किया, उसने न सिर्फ हर भारतवासी का सीना गर्व से चौड़ा कर दिया, बल्कि वैश्विक महाशक्तियों को भी सोचने पर मजबूर कर दिया। उन्होंने बताया कि आज दुनिया में जितने भी रियल टाइम डिजिटल ट्रांजैक्शन होते हैं, उनमें से 50% अकेले भारत के UPI सिस्टम से होते हैं। यह कोई मामूली उपलब्धि नहीं है। 2016 में लॉन्च हुआ भारत का यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) अब दुनिया का सबसे बड़ा डिजिटल पेमेंट नेटवर्क बन चुका है। अमेरिका की दिग्गज कंपनियां जैसे Visa और Mastercard को पीछे छोड़ते हुए, UPI ने रोजाना 64–65 करोड़ ट्रांजैक्शन का आंकड़ा पार कर लिया है।
जहां एक ओर अमेरिकी डॉलर वैश्विक व्यापार का केंद्र बना हुआ है, वहीं भारत का डिजिटल पेमेंट इकोसिस्टम अब एक नया विकल्प बनकर उभर रहा है। IMF की रिपोर्ट भी मानती है कि UPI ने भारत में फाइनेंशियल इन्क्लूजन को नई ऊंचाई दी है। अब ₹10 से लेकर ₹10,000 तक की पेमेंट बिना कैश, बिना कार्ड, सिर्फ एक क्लिक में हो रही है।
UPI अब सिर्फ भारत तक सीमित नहीं है। फ्रांस, सिंगापुर, UAE, भूटान, नेपाल, श्रीलंका, मॉरीशस, नामीबिया और त्रिनिदाद-टोबैगो जैसे 9 देशों में यह सिस्टम लाइव है। भारत सरकार का लक्ष्य है कि इसे BRICS और अन्य देशों में भी लागू किया जाए।
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