BREKING NEWS: सदन में गरजे राजा भैया, योगी के लिए भिड़े, सपा-भाजपा रह गए सन्न।

सपा के सवालों पर राजा भैया का वार — भाजपा भी रह गई चुप!"  
"राजा भैया बोले: योगी का मॉडल सिर्फ सरकार नहीं, एक संदेश है!"  
"राजनीति में आया नया मोड़ — राजा भैया की हुंकार से हिल गया सदन!"
लख़नऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा में आज उस वक्त माहौल गरमा गया जब राजा भैया ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समर्थन में तीखा रुख अपनाते हुए विपक्षी दलों पर सीधा हमला बोल दिया; सपा विधायक इरफान सोलंकी के सवालों पर उन्होंने न सिर्फ सरकार की कानून-व्यवस्था की तारीफ की, बल्कि भाजपा के कुछ असंतुष्ट चेहरों को भी आड़े हाथों लिया, जिससे सदन में कुछ देर के लिए सन्नाटा छा गया और कई विधायक हैरान रह गए कि राजा भैया किसके पक्ष में खड़े हैं।
 राजा भैया ने न सिर्फ सरकार की नीतियों का बचाव किया, बल्कि सपा विधायक इरफान सोलंकी के आरोपों को "जनता को गुमराह करने वाला" करार दिया। उन्होंने कहा, "जब प्रदेश की सुरक्षा, युवाओं की शिक्षा और भ्रष्टाचार-मुक्त प्रशासन की बात हो, तो हमें दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सोचना चाहिए। योगी जी ने जो किया है, वो किसी भी मुख्यमंत्री के लिए मिसाल है।" उनके इस बयान पर भाजपा के कई विधायक मुस्कराते नजर आए, लेकिन कुछ असंतुष्ट चेहरों ने चुप्पी साध ली। वहीं सपा खेमे में हलचल मच गई — कुछ विधायक आपस में चर्चा करते दिखे कि राजा भैया का यह रुख किस ओर इशारा कर रहा है।  
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि राजा भैया का यह हस्तक्षेप न सिर्फ सदन की कार्यवाही को प्रभावित करेगा, बल्कि आगामी चुनावी समीकरणों में भी हलचल ला सकता है। राजा भैया का यह रुख ऐसे समय में आया है जब प्रदेश में कई जिलों में प्रशासनिक फेरबदल और भ्रष्टाचार विरोधी अभियान चल रहे हैं। उनके बयान को कुछ लोग "सीएम योगी के लिए रणनीतिक समर्थन" मान रहे हैं, तो कुछ इसे "राजा भैया की स्वतंत्र राजनीतिक पहचान" का प्रदर्शन कह रहे हैं।

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