मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के थाना तीतावी क्षेत्र में एक हत्या के मामले ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। गांव के ही सात लोगों पर हत्या का आरोप लगाने वाले मृतक के परिजनों ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) कार्यालय पर चारपाई डालकर धरना दे दिया। पीड़ित परिवार का दावा है कि पुलिस ने सात दिनों बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी या कोई ठोस कार्रवाई नहीं की, जिससे वे आक्रोशित हो गए।जानकारी के अनुसार, मृतक प्रिंस कुमार को गांव के सात लोगों ने मिलकर हत्या कर दी और उसके शव को हिंडन नदी में फेंक दिया। इस संबंध में थाना तीतावी पर मुकदमा दर्ज है, लेकिन पुलिस ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की। प्रिंस कुमार के भाई सीटू ने बताया कि उनके छोटे भाई को सुबह फोन करके बुलाया गया था, उसके बाद से वह लापता हो गया। अगले दिन शाम को हिंडन नदी में उसकी डेड बॉडी मिलीसीटू ने भावुक होकर कहा, "मेरा भाई प्रिंस पिताजी की जगह नौकरी कर रहा था, क्योंकि उन्हें पैरालिसिस हो गया था। आज भी वे टेट्रा लाइफ (चेतना की कमी) की बीमारी से ग्रस्त हैं और एसएसपी कार्यालय पर चारपाई डालकर ही बैठे हैं। पुलिस की लापरवाही से हम बेहद नाराज हैं। सात दिन बीत चुके हैं, लेकिन कॉल डिटेल तक नहीं निकाली गई।"पीड़ित परिजनों और ग्रामीणों ने सोमवार को एसएसपी कार्यालय पहुंचकर हत्यारों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। उन्होंने कार्यालय के बाहर चारपाई डालकर धरना शुरू कर दिया, जो पूरे दिन चला। परिजनों का आरोप है कि गांव के सात लोग प्रिंस की हत्या के बाद भी आजाद घूम रहे हैं, जबकि पुलिस निष्क्रिय बनी हुई है। धरने के दौरान ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की
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