पायलट दुर्गेश हत्याकांड में बसपा प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल व समाजवादी मजदूर सभा के राष्ट्रीय सचिव प्रदीप सहाय की मेहनत लाई रंग, अंतिम आरोपी भी गिरफ्तार।
ब्यूरो प्रमुख- मनीष कुमार
आजमगढ़। जपद के जीयनपुर थाना क्षेत्र में लोको पायलट दुर्गेश कुमार की हत्या के मामले में पुलिस ने अंतिम वांछित अभियुक्त श्रवण यादव पुत्र विश्वनाथ यादव को उसके घर से गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत कर दिया, जिससे अब सभी छह आरोपी पुलिस हिरासत में हैं।
यह मामला तब सामने आया जब 7 सितम्बर को दुर्गेश ने अपने भाई अजीत कुमार को फोन पर बताया कि ज्ञानेन्द्र मिश्रा, गणेश यादव, अजय यादव, शेरू यादव, गोविन्द यादव और श्रवण यादव ने उसे खेत के पास बुरी तरह पीटकर छोड़ दिया है। दुर्गेश को तत्काल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उसने अपने हमलावरों के नाम बताए और सदर अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इससे पहले 25 अगस्त को भी दुर्गेश को जान से मारने की धमकी दी गई थी।
इस आधार पर थाना जीयनपुर में मुकदमा संख्या 357 दर्ज हुआ, जिसमें SC/ST एक्ट की गंभीर धाराएं भी शामिल की गईं। पुलिस ने पहले ही पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, और अब श्रवण यादव की गिरफ्तारी से पूरे मामले का अनावरण हो गया है। अभियुक्तों पर पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें मारपीट, धमकी और गंभीर धाराएं शामिल हैं।
. इस घटना पर बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल और समाजवादी मजदूर सभा के राष्ट्रीय सचिव प्रदीप सहाय ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी कि आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की जाए। उन्होंने यह भी मांग की थी कि आरोपियों को सख्त सजा दी जाए, मृतक के परिवार को तत्काल मुआवजा और एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। इस घटना ने जीयनपुर क्षेत्र में जनाक्रोश फैला दिया था , और लोग न्याय की मांग को लेकर एकजुट हो रहे हैं। पुलिस टीम, जिसमें थानाध्यक्ष जितेन्द्र बहादुर सिंह व उनकी टीम शामिल थी, ने तत्परता से कार्रवाई कर जनता का भरोसा कायम किया है। यह मामला अब सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि सामाजिक न्याय और प्रशासनिक जवाबदेही का प्रतीक बन गया है।
0 टिप्पणियाँ