30 मुकदमों का हिस्ट्रीशीटर आदिल पुलिस फायरिंग में घायल, जिला अस्पताल रेफर!
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भैंस चोरी से गैंगेस्टर तक—अपराध की लंबी फेहरिस्त वाला आदिल आखिरकार पुलिस के शिकंजे में!
आजमगढ़। जनपद के बिलरियागंज थाना क्षेत्र में 2 अक्टूबर 2025 को पुलिस और अपराधियों के बीच हुई मुठभेड़ में 25 हजार रुपये का इनामी आदिल पुत्र निजामुद्दीन उर्फ भरतूल (निवासी नत्थुपुर, थाना जीयनपुर) घायल अवस्था में गिरफ्तार कर लिया गया। यह मुठभेड़ ग्राम जगजीवनपुर तिराहे के पास उस समय हुई जब पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि पशु चोरी के मामले में वांछित अभियुक्त आदिल थाना महराजगंज क्षेत्र से आकर नहर के रास्ते निकलने वाला है। सूचना पर तत्काल कार्रवाई करते हुए थानाध्यक्ष श्री सुनील कुमार दूबे के नेतृत्व में पुलिस टीम ने घेराबंदी की। खुद को घिरा देख आदिल ने पुलिस पर जानलेवा फायरिंग की, जिसके जवाब में पुलिस ने आत्मरक्षार्थ फायरिंग की और एक गोली उसके दाहिने पैर में लगी। घायल अवस्था में उसे सीएचसी बिलरियागंज से जिला अस्पताल रेफर किया गया।
पुलिस ने मौके से एक तमंचा .315 बोर, दो जिंदा व दो खोखा कारतूस, एक मोबाइल फोन, अपाचे मोटरसाइकिल और ₹2000 नकद बरामद किया। आदिल के खिलाफ आजमगढ़ जनपद के विभिन्न थानों में अवैध हथियार, चोरी, लूट, डकैती, गौवध, गैंगेस्टर एक्ट समेत कुल 30 मुकदमे दर्ज हैं। हाल ही में ग्राम बसिला में भैंस चोरी की घटना में भी उसका नाम सामने आया था, जिसकी एफआईआर मु0अ0सं0 373/24 धारा 303(2) बीएनएस के तहत दर्ज की गई थी। पूछताछ में आदिल ने स्वीकार किया कि उसने अपने साथियों के साथ मिलकर 18 अक्टूबर 2024 की रात ग्राम बसिला से भैंस चोरी की थी।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार द्वारा घटना की गंभीरता को देखते हुए तत्काल टीमों का गठन कर अभियुक्त की गिरफ्तारी के निर्देश दिए गए थे। पुलिस उपमहानिरीक्षक आजमगढ़ परिक्षेत्र व अपर पुलिस महानिदेशक वाराणसी जोन के निर्देशन में चलाए गए अभियान के तहत यह गिरफ्तारी संभव हो सकी। अभियुक्त के विरुद्ध नया मुकदमा मु0अ0सं0 321/25 धारा 109 बीएनएस व 3/25 आर्म्स एक्ट के तहत दर्ज किया गया है।
फील्ड यूनिट द्वारा घटनास्थल से वैज्ञानिक साक्ष्य संकलित किए जा रहे हैं, साथ ही इलेक्ट्रॉनिक व अन्य तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर विवेचना को मजबूत किया जा रहा है। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि मा. न्यायालय में त्वरित व प्रभावी पैरवी कर दोषी के विरुद्ध सख्त कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। यह कार्रवाई आजमगढ़ पुलिस की अपराध के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति का प्रमाण है और आमजन को सुरक्षा व न्याय का भरोसा दिलाती है।
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