मेरठ में विकुल चपराणा के समर्थन में गुर्जर महापंचायत पर पुलिस का बड़ा एक्शन, 6 नामजद सहित 40 पर मुकदमा दर्ज!

ब्यूरो चीफ मेरठ योगेश कुमार 
मेरठ। कपड़ा कारोबारी सत्यम रस्तोगी से नाक रगड़वाने के मामले में जेल भेजे गए आरोपियों के समर्थन में बुलाई गई महापंचायत पर पुलिस ने बड़ा एक्शन लिया है। लोहियानगर थाना पुलिस ने बिना अनुमति आयोजित की गई इस पंचायत को रोकने के बाद 6 नामजद और 30-40 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।यह पंचायत रविवार सुबह काजीपुर के शिव मंदिर के पीछे मैदान में गुर्जर समाज के प्रमुख लोगों द्वारा आयोजित की गई थी। पंचायत का उद्देश्य जेल में बंद हैप्पी भड़ाना, सुबोध यादव और आयुष शर्मा (विकुल चपराणा) को निर्दोष बताते हुए उनकी तत्काल रिहाई और मुकदमे वापस लेने की रणनीति तय करना था। पंचायत में 7 दिन में कार्रवाई न होने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी भी दी गई थी।लोहियानगर थाना पुलिस ने इस आयोजन को अनधिकृत करार देते हुए शांति व्यवस्था भंग करने की आशंका के आधार पर मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस का आरोप है कि नामजद व्यक्तियों ने पंचायत आयोजित करने के साथ-साथ सोशल मीडिया पर भड़काऊ टिप्पणियां कर सामाजिक वैमनस्य फैलाने का प्रयास किया, जिससे सांप्रदायिक सौहार्द को खतरा हो सकता था।
यह मुकदमा सब इंस्पेक्टर राहुल कुमार की तहरीर पर दर्ज किया गया है। मुकदमे में नामजद प्रमुख लोगों में छात्र नेता अक्षय बैंसला, पार्षद भारत भड़ाना, भाकियू नेता पवन गुर्जर, आदेश प्रधान, आकाश भड़ाना और अमित भड़ाना शामिल हैं। लोहियानगर थाना प्रभारी योगेश कुमार ने कहा कि कानून तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।यह पूरा विवाद एक पुराने घटनाक्रम से जुड़ा है:
मूल विवाद: कुछ समय पहले मेरठ में कपड़ा कारोबारी सत्यम रस्तोगी से कुछ युवकों ने एक विवाद के बाद कथित तौर पर जबरन सार्वजनिक रूप से नाक रगड़वाई थी।
गिरफ्तारी: इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए विकुल चपराणा (हैप्पी भड़ाना, सुबोध यादव, आयुष शर्मा) सहित मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इस मामले में ऊर्जा राज्यमंत्री सोमेंद्र तोमर को लेकर भी विवाद हुआ था क्योंकि विकुल को सोमेंद्र तोमर का नजदीकी माना जाता है। 
बीजेपी के सांसद अरुण गोविल और लक्ष्मीकांत वाजपेयी समेत विधायक अमित अग्रवाल और दिनेश खटीक आदि सभी नेताओं ने एसएसपी से मिलकर इस मामले में विकुल के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग की थी। 
समर्थन में पंचायत: इन आरोपियों के समर्थन और उनकी तत्काल रिहाई तथा उन पर लगे मुकदमे वापस लेने की मांग को लेकर काजीपुर के शिव मंदिर के पीछे मैदान में रविवार को गुर्जर समाज की महापंचायत बुलाई गई थी।

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