BREKING NEWS : मायावती की महारैली ने लखनऊ को बनाया नीला समंदर, जनता का हुजूम, सत्ता पक्ष में खलबली—हजारों किलोमीटर की पदयात्रा बनी मिसाल!


जनता चली है बदलाव की ओर, लखनऊ बना है बहुजन का गौरवगाथा, बहुजन की आवाज़, अब कोई नहीं रोक सकता!
------------------------------------
पैरों की थकान नहीं, आंखों में सपना है—बहुजन का सूरज अब उगने वाला है!
एक बुज़ुर्ग कार्यकर्ता ने कहा, "हमने अपने पांवों से वो रास्ता तय किया जो बदलाव की ओर जाता है।"  
उत्तर प्रदेश। 9 अक्टूबर को लखनऊ में बहुजन समाज पार्टी की महारैली ने इतिहास रच दिया। मायावती की अगुवाई में उमड़ा जनसैलाब न सिर्फ संख्या में विशाल था, बल्कि जज़्बे में भी बेमिसाल। अनुमानित 8–9 लाख लोगों की भीड़ ने राजधानी को नीले रंग में रंग दिया, जहां हर गली, हर चौराहा बसपा के झंडों और नारों से गूंज उठा। ट्रेनों की रद्दीकरण के बावजूद, हजारों समर्थक बसों, बाइक और पैदल चलकर पहुंचे—कुछ ने तो 100 किलोमीटर से अधिक की दूरी पैदल तय की। एक बुज़ुर्ग कार्यकर्ता ने कहा, "हमने अपने पांवों से वो रास्ता तय किया जो बदलाव की ओर जाता है।"  
इस जनज्वार ने भाजपा खेमे में बेचैनी और सपा में चुप्पी ला दी है। योगी सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद, बहुजन समाज ने अपनी ताकत दिखा दी। रैली स्थल पर जोश, नारे और उम्मीदों की गूंज थी—"अबकी बार बहुजन सरकार!"  


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ