बहुजन राजनीति में बड़ा फेरबदल — मायावती ने अपने पुराने साथी जयप्रकाश सिंह की घर वापसी कराते हुए उन्हें फिर से दी बड़ी जिम्मेदारी।
पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयप्रकाश सिंह की बसपा में वापसी से संगठन में नई जान, 2027 के चुनाव से पहले मायावती का मास्टरस्ट्रोक माना जा रहा कदम।
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (BSP) में आज एक बार फिर बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम देखने को मिला। पार्टी सुप्रीमो और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने अपने पुराने सहयोगी और बसपा के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयप्रकाश सिंह को पुनः पार्टी में शामिल कर लिया है। मायावती ने न केवल उन्हें पार्टी में वापसी कराई है, बल्कि संगठन में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी भी सौंपी है।
जयप्रकाश सिंह बसपा के पुराने और जमीनी नेता माने जाते हैं। वे लंबे समय तक पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर के रूप में कार्य कर चुके हैं। दलित समाज में उनकी मजबूत पकड़ और संगठनात्मक अनुभव को देखते हुए मायावती ने उन्हें दोबारा सक्रिय राजनीति में लाकर बड़ा संदेश दिया है।
सूत्रों के अनुसार जयप्रकाश सिंह को पार्टी में राष्ट्रीय स्तर पर संगठन को मजबूत करने और बहुजन समाज को पुनः एकजुट करने की जिम्मेदारी दी गई है। 2027 के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए बसपा अब पुराने अनुभवी नेताओं को फिर से जोड़कर संगठन को नई दिशा देने की रणनीति पर काम कर रही है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि जयप्रकाश सिंह की वापसी से बसपा को विशेष रूप से पूर्वांचल और मध्य उत्तर प्रदेश में बड़ा फायदा मिल सकता है, जहां उनका प्रभाव और जनसंपर्क आज भी मजबूत है।
बसपा कार्यकर्ताओं में भी इस फैसले को लेकर उत्साह का माहौल है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि मायावती आने वाले समय में कई और पुराने नेताओं की भी घर वापसी करा सकती हैं, जिससे बसपा 2027 के चुनाव में एक बार फिर मजबूत और प्रभावी विकल्प के रूप में उभर सके।
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